Plague roge in india year .भारत में प्लेग रोग
मैं आशा करता हूं। आप लोग अच्छे हो, स्वस्थ हो। अभी दुनिया भर में कोरोना वायरस चल रहा है। यह करो ना वायरस चाइना की वन शहर से शुरू होकर के अभी सारी दुनिया भर फैला हुआ है।करुणा वायरस इतना खतरनाक बीमारी है। अभी इंडिया पर पूरा हावी हो चुका है। इसलिए सरकार ने लॉक डाउन का ऊपर लॉकडाउन चलते जा रहा है। फिर भी कोई असर नहीं पड़ रहा है क्योंकि इसका वैक्सीन अभी कोई देशों ने बना नहीं सका।इंडिया में अभी टोटल एक्टिव केस है 9644529 आदमी का।.टोटल रिकवरी हुआ है 9100793 आदमी का।और सबसे खराब खबर है यह केस में अभी तक डेथ हो चुका है 140200 आदमी का.
Bubonic Plague:
बाबू निक क्लेग बोल करके एक बीमारी अभी फैल रहा है। यह प्लेट चाइना में 5 जुलाई 2020 में स्टार्टिंग हुआ है। एक रिपोर्ट का दौरान एक है। जरा है। यह बीमारी भी बहुत खतरनाक हो सकता है।.यह प्लेट एक्चुअली बहुत पुराना बीमारी है। यह स्टार्टिंग हुआ था 1346 साल में यूरोप में।एक रिपोर्ट का दौरान 1346 साल से 1353 साल तक।यूरोप में 20 करोड आदमी का मौत हो चुका था, इसलिए इस बीमारी को ब्लैक डेथ नाम से भी बोला जाता है।यह बीमारी एशिया मध्य एशिया में फैला है। यूरोप से ही क्योंकि यूरोप का व्यापारी लोग जहाज लेकर के एशिया में आता था।एक रिपोर्ट का दौरान यूरोप से एक जहाज कुछ सामान लेकर के एशिया में आया था तो एशिया में जब आया तू जहां से कोई आदमी नहीं निकाल रहा था।जहाज तो आया लेकिन 15, 20 मिनट वेट करने का बाद कोई जहाज से नहीं निकाल रहा था। यह देखकर एशिया का व्यापारी लोग जहाज में चढ़ा।जहाज में चढ़ने का बाद सबका आंखों से आंसू निकल आया क्योंकि यूरोप से जो जहाज आया था उस जहाज का जितना आदमी था, उनमें से 95% आदमी का मौत हो चुका था।और बचे हुए 5 पर्सन आदमी जहाज में था। वह आदमी भी अंतिम सांस गिन रहा था।.जिस का डेथ हो गया था और जो अंतिम सांस ले रहा था, सबको जहाज से निकाल कर बाहर लेकर आया। एशिया का व्यापारी लोग और एशिया का बहुत सारे आदमी लोग तो यह बीमारी और लोग से फिर आहिस्ता आहिस्ता एशिया का आदमी लोगों से पहुंच गया।यूरोप का यह महामारी प्ले को ब्लैक डेथ नाम कहा जाता है।
India Plague year :
21 सितंबर 1994 साल में प्लेग रोग इंडिया गुजरात सूरत में पहला कदम रखा था।यह प्ले एक सुबह एक आदमी का पहले हो चुका था। शाम तक यह प्ले एक 10 आदमी का हो चुका था। यह चिंता का विषय आहिस्ता आहिस्ता बढ़ रहा था। 10 दिन का अंदर में गुजरात का 67% आदमी गुजरात छोड़ कर बाहर दूसरे शहर में चला गया था।एक रिपोर्ट का दौरान सुनने में आता है अट्ठारह सौ करोड़ का नुकसान हुआ है पूरा हिंदुस्तान में।यह प्लेग बीमारी की वजह से हुआ था।.चूहा का शरीर से यह प्लेग रोग का शुरुआत होता है। चूहा का शरीर से जो बैक्ट्रिया होता है, दो तरह का बैक्टीरिया होता है। एक है न्यू मनिक बैक्टीरिया दो है। पीयू बन एक बैक्टीरिया दोनों ही खतरनाक बैक्टीरिया होता है।.प्लेग बीमारी तीन प्रकार का होता है NO 1.. BUBONIC PLAGUE.
NO 2..SEPTICEMIC PLAGUE
NO 3..NEUMONIC PLAGUE
रिपोर्ट के अनुसार अभी भी प्लेग रोग का वजह से सैकड़ों आदमी का मौत होता है।प्लेग रोगों का टीका भी आ गया और प्लेग रोगों का एंटीबायोटिक दवा भी आ गया। ठीक टाइम पर इलाज करने से प्लेग रोग ठीक हो जाता है।
यह था प्लेग्रो को का छोटा सा जानकारी आप लोगों का सामने मैंने पेश किया। आप लोगों का अच्छा लगेगा तो कमेंट करके हमको बोलिएगा। अब लोग अच्छा रहे खुश रहे धन्यवाद।
Very nice sir
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